By Akbar Ali (498 words शब्द): मिलन और अभिवादन मानव जीवन के दो अभिन्न भाग हैं, जो उसे, ऊर्जावान, सामाजिक और युवा रखता है , तथा उसके स्वभाव को सुशोभित करता है। यह दोनो मापदंड मानव के जीवन की सफलता और विफलता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मिलन या बैठक का अर्थ है एक साथ आना | और .अभिवादन एक व्यक्ति को स्वागत करने का कार्य है जो की अछे हावभाव के साथ किया जाता है । अभिवादन अपने सद्भावना की अभिव्यक्ति भी कहलाती है ।
मनुष्य को अपने दैनिक जीवन में दुसरे लोगों के संपर्क में आना पड़ता है । ऐसा इसलिए करना पड़ता है क्योंकि पारस्परिक संबंध बना रहे और सामाजिक संतुलन भी कायम रहे । हमको अपने आवश्यकताओं के लिए मिलना जरूरी होतो है । उदाहरण के लिए हम में से कई को एक नौकरी पाने के लिए एक साक्षात्कार में भाग लेना पड़ता है । इस स्थिति को नियंत्रित और गतिशील करने के लिए और सफलता पाने के लिए बेहतर अभिवादन काम करता है। एक व्यापारी ग्राहकों पर Feelgood कारक डालने के लिए आकर्षक, हाव – भाव बनाये रखता है , तथा अपने जीवन मिलन को वरीयता देता है । वह किसी भी परेशानी में हो लेकिन अपना ग्राहकों को अभिवादित करने में कभी कोताही नहीं करता है । वह जनता है कि दो मीठे बात और अछे हव भाव किसी का दिल जीतने की सबसे बड़ी कुंजी है । अच्छा अभिवादन किसी भी व्यक्ति को फर्श से अर्श तक पहुंचा देता है । यह किसी भी मीटिंग में हमेशा याद रखने वाली बात है । मनुष्य अच्छे अभिवादन का प्यासा होतो है।
अपने जीवन में अभिवादन के दिन और समय का भरपूर उपयोग करना चाहिए । जैसे वर्ष के पहले दिन पर , ईद पर दिवाली पर दशहरा आदि पर किसी व्यक्ति को अभिवादित करना मत भूलिए । आजकल तो मोबाइल का जमाना है , इसलिए यह काम काफी आसान हो गया है । कुछ चंद रूपयों में या इन्टरनेट पर फ्री में किसी को भी तुरंत मेसेज भेज सकते हैं । और सबसे मजे वाली बात है की एक साथ सैकड़ों ब्यक्तियों को मेसेज भेजा जा सकता है । अभिवादन (greeting ) करने में इतनी आसानी जिंदगी में कभी नहीं थी । जब आमने सामने वार्तालाप हो तो दैहिक भाषा सकारत्मक और हंसमुख रखना चाहिए । यह बेहतरीन संकेत देता है, की जो कुछ भी आप कह रहें है वह दिली अभिवादन है । रोनी सूरत से अच्छी बधाई करेले जैसी होती है ।
अब सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की; आपका प्रदर्शन दुसरे के समक्ष कैसा है; इसकी जानकारी प्राप्त करना। अपने बारे में जाँच करने का सबसे बढ़िया तरीका यह है की किसी तीसरे व्यक्ति से अपने हाव भाव का प्रतिपुष्टि (feedback) लीजिए .
मीटिंग करते समय अपना मुख सबकी ओर मुखातिब करते रहें . अपनी बातों पर नियंत्रण रखिए। कभी भी अधिक भावुक मत होइए . अपने आँखों का संपर्क सीधा सामने वाले पर रखिये . ये सब मजबूत व्यक्तित्व की पहचान है . एक बात मूल रूप से पकड़ कर रहिये की मिलन और अभिवादन (meeting एंड greeting) आपके जीवन को पूरी तरह से कामियाबी के शिखर पर पहुँचाने में एक बहुत बड़ा करक सिद्ध सकता है.
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मनुष्य को अपने दैनिक जीवन में दुसरे लोगों के संपर्क में आना पड़ता है । ऐसा इसलिए करना पड़ता है क्योंकि पारस्परिक संबंध बना रहे और सामाजिक संतुलन भी कायम रहे । हमको अपने आवश्यकताओं के लिए मिलना जरूरी होतो है । उदाहरण के लिए हम में से कई को एक नौकरी पाने के लिए एक साक्षात्कार में भाग लेना पड़ता है । इस स्थिति को नियंत्रित और गतिशील करने के लिए और सफलता पाने के लिए बेहतर अभिवादन काम करता है। एक व्यापारी ग्राहकों पर Feelgood कारक डालने के लिए आकर्षक, हाव – भाव बनाये रखता है , तथा अपने जीवन मिलन को वरीयता देता है । वह किसी भी परेशानी में हो लेकिन अपना ग्राहकों को अभिवादित करने में कभी कोताही नहीं करता है । वह जनता है कि दो मीठे बात और अछे हव भाव किसी का दिल जीतने की सबसे बड़ी कुंजी है । अच्छा अभिवादन किसी भी व्यक्ति को फर्श से अर्श तक पहुंचा देता है । यह किसी भी मीटिंग में हमेशा याद रखने वाली बात है । मनुष्य अच्छे अभिवादन का प्यासा होतो है।
अपने जीवन में अभिवादन के दिन और समय का भरपूर उपयोग करना चाहिए । जैसे वर्ष के पहले दिन पर , ईद पर दिवाली पर दशहरा आदि पर किसी व्यक्ति को अभिवादित करना मत भूलिए । आजकल तो मोबाइल का जमाना है , इसलिए यह काम काफी आसान हो गया है । कुछ चंद रूपयों में या इन्टरनेट पर फ्री में किसी को भी तुरंत मेसेज भेज सकते हैं । और सबसे मजे वाली बात है की एक साथ सैकड़ों ब्यक्तियों को मेसेज भेजा जा सकता है । अभिवादन (greeting ) करने में इतनी आसानी जिंदगी में कभी नहीं थी । जब आमने सामने वार्तालाप हो तो दैहिक भाषा सकारत्मक और हंसमुख रखना चाहिए । यह बेहतरीन संकेत देता है, की जो कुछ भी आप कह रहें है वह दिली अभिवादन है । रोनी सूरत से अच्छी बधाई करेले जैसी होती है ।
अब सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की; आपका प्रदर्शन दुसरे के समक्ष कैसा है; इसकी जानकारी प्राप्त करना। अपने बारे में जाँच करने का सबसे बढ़िया तरीका यह है की किसी तीसरे व्यक्ति से अपने हाव भाव का प्रतिपुष्टि (feedback) लीजिए .
मीटिंग करते समय अपना मुख सबकी ओर मुखातिब करते रहें . अपनी बातों पर नियंत्रण रखिए। कभी भी अधिक भावुक मत होइए . अपने आँखों का संपर्क सीधा सामने वाले पर रखिये . ये सब मजबूत व्यक्तित्व की पहचान है . एक बात मूल रूप से पकड़ कर रहिये की मिलन और अभिवादन (meeting एंड greeting) आपके जीवन को पूरी तरह से कामियाबी के शिखर पर पहुँचाने में एक बहुत बड़ा करक सिद्ध सकता है.
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